यौनरोगो के कारण एच.आई.व्ही. सक्रं मण की सभ्ं ाावना 8-10 गुना बढ़ जाती है। अतः यौनरोगो की पहचान एवं उपचार के लिए ‘सुरक्षा क्लीनिक’ स्थापित किये गये हैं। इनके निम्नानुसार कार्य हैं:-
1 सुरक्षा क्लीनिक सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयो ं एवं जिला चिकित्सालयो ं में स्थापित हैं।
2 इन केन्द्रो पर एक प्रशिक्षित परामर्शदाता कार्यरत् है।
3 यौन रोगों की शीघ्र पहचान कर पूर्ण उपचार प्रदान किया जाता है।
4 यौन रोगो के प्रति जनजागरूकता लाई जाती है।
5 यौन रोगी के साथी का भी उपचार किया जाता है।
6 एच.आई.व्ही. के संक्रमण की संभावना हेतु एच.आई.व्ही. जांच कराई जाती है।